सारे शहर में खुद खूब
चिल्लाये की में महान हूं
पर याद रख तेरी गलतियों पर
जो चुप है वही महान कहलाता है।
सारे शहर में खुद खूब
चिल्लाये की में महान हूं
पर याद रख तेरी गलतियों पर
जो चुप है वही महान कहलाता है।
बहुत दिनों के बाद आज में कुछ लिख रही हु, दिल में इतना कुछ भर के रखा है, समझ में नहीं आ रहा है की क्या करू