Thursday, 4 April 2019

Paper 7 Literary Criticism

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छोटी सी ज़िंदगी है..

मत बनाओ किसी को रंजीदा, छोटी सी ज़िंदगी है, मोहब्बत से जिया करो। हर दिल में दर्द छुपा बैठा है, तुम अपने लफ़्ज़ों से राहत दिया करो। नफ़रतों क...