मत बनाओ किसी को रंजीदा,
छोटी सी ज़िंदगी है, मोहब्बत से जिया करो।
हर दिल में दर्द छुपा बैठा है,
तुम अपने लफ़्ज़ों से राहत दिया करो।
नफ़रतों की आग में क्या रक्खा है,
इश्क़ और रहम से दिल सजाया करो।
हर शख़्स अपनी जंग में उलझा है,
तुम मुस्कुरा के साथ निभाया करो।
क्या पता कब साँसों की डोर टूट जाए,
इसलिए हर लम्हा सच्चाई से निभाया करो।
मत दो किसी को ऐसी तकलीफ़,
जो उसकी रूह तक को रुला दे,
छोटी सी ज़िंदगी है यारो,
प्यार बाँटो, सुकून से जिया करो।
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